Vipassana Meditation। विपस्सना मेडिटेशन

Vipassana Meditation। विपस्सना मेडिटेशन 

Vipassana Meditation
Vipassana Meditation

Introduction :

दोस्तों हम सब ध्यान का महत्व जानते हैं और इसीलिए हररोज ध्यान का practise भी करते हैं लेकिन जैसे results हम चाहते हैं वैसे नहीं मिलते। इसका कारण क्या हो सकता है ? इसका कारण ये है की जब हम ध्यान करते हैं तब हमारे मन में बहुत सारे विचारों का आगमन होता है और हम उन्हीं विचारों में खो जाते हैं और एकाग्र मन से ध्यान नहीं कर पाते। हमारा मन उन विचारों में ही खो जाता है और ध्यान की क्रिया सफल नहीं हो पाती। जो है उसे वास्तविक रूप में देखना इसी को Vipassana Meditation कहते हैं।

ये एक मानसिक व्यायाम हैं और इस ध्यान से हम बाहरी दुनिया से अलग होकर खुद से जुड़ जाते हैं। और सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये है की ये भारत की सबसे प्राचीन सेंटर्स ध्यान की विधि है जिसे साधारण २६०० साल पहले भगवान बुद्ध के द्वारा खोजा गया था। आश्चर्य की बात तो ये है की पहले सिर्फ ऋषि मुनि इस ध्यान को करते थे लेकिन आज हजारों, लाखों लोग इसे अपने जीवन का हिस्सा बना चुके हैं। दुनियाभर में लगभग १७० से ज्यादा विपस्सना मेडिटेशन उपलब्ध हैं। और दुनियाभर के लोग इसका लाभ उठा रहे हैं। 

Vipassana Meditation का उद्देश्य :

Vipassana Meditation
Vipassana Meditation

अगर हम हमारे आसपास नजर डालें तो हमें ये दिखाई देगा की ज्यादातर लोग दुखी है। हर एक व्यक्ति के जीवन में कोई ना कोई परेशानी है। परेशानियां तो आएँगी ही लेकिन उनसे निपटने का मार्ग लोगों को पता ना होने के कारन वो दुखी हैं। लोगों के जीवन से मानो ख़ुशी गायब सी हो चुकी है। लेकिन क्या आप जानते हैं की हमारे जीवन के दुखों के लिए हम खुद जिम्मेदार है। जब हमारे विचार नकारात्मक होंगे तो हमारी जिंदगी सकारात्मक कैसे हो सकती है ?

दिनभर किये जानेवाले विचारों में से ६० से ७० % विचार नकारात्मक होते हैं और हम उन्हें रोक नहीं सकते क्योंकि वो विचार हम जानबूझकर नहीं करते वो अनजाने में हमारे मन में आते रहते हैं। और इन्हीं विचारों को जीतने के लिए और एक सुन्दर सकारात्मक जीवन को पाने के लिए हमारा मन सकारात्मक विचारों से भरा होना चाहिए, शांत और स्थिर हुआ चाहिए।

हमारे मन को शांत करने का एकमात्र उपाय है ध्यान। हर वक़्त कोई ना कोई विचार हमारे मन में आता रहता है और हमारा मन हर बार विचारों से भरा हुआ ही होता है तो इस विचारों से भरे मन को खाली करने के लिए ये ध्यान किया जाता है। हमारे विचार ही हमारी जिंदगी बनाते हैं और बिगाड़ते भी हैं। ये हम पर निर्भर होता है की हम किस तरह के विचार करते हैं। हमारे ही विचारों से जन्मी हुई समस्याओं को मिटाने में हम लगे हुए हैं।

आज के इस busy लाइफ में आप अपने आप को शांत दिखते हैं लेकिन आपके अंदर मन में बहुत सारी उथलपुथल चल रही होती है। और इसी उथलपुथल को नष्ट करने का एकमात्र उपाय है ध्यान। इसलिए दुनिया ध्यान को इतना महत्व दे रही है जो आपको अंदर और बाहर से शांत करती है। और सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये है की विपस्सना ध्यान के लिए आपको किसी भी मैडिटेशन सेंटर में जाने की जरुरत नहीं हैं। क्योंकि सारे मैडिटेशन में ये सबसे आसान मैडिटेशन है। इसके अनेक फायदे हैं और इसकी विधि भी बिलकुल सरल है।

ध्यान की विधि :

Vipassana Meditation
Vipassana Meditation

ये दुनिया का सबसे आसान और चमत्कारी ध्यान है। आपको अगर लगता है की आप अपने जीवन में कामयाब हैं और आपने सब कुछ पा लिया है तो आप गलत हैं जब तक आप अपने मन पर पूरी तरह काबू नहीं पा लेते तब तक आप अपने जीवन में पूरी तरह कामयाब नहीं हो सकते।

इस ध्यान को करने के लिए आपको अपने २४ घंटों में से तक़रीबन २० या ३० मिनट निकालने हैं।

अब ध्यान को शुरू करने के लिए अपने घर में किसी ऐसी शांत जगह पर बैठ जाइये जहाँ आपको कोई disturb ना कर पाए।

जब आप बैठेंगे तो आपकी पीठ सीधी होनी चाहिए। आंखें बंद होनी चाहिए।

शरीर बिलकुल ढीला, स्थिर और शांत होना चाहिए। शरीर में किसी भी तरह की अकड़न नहीं होनी चाहिए।

आपको अपनी साँसों पर ध्यान केंद्रित करना है। अंदर जाती साँस और बाहर आती साँस पर सिर्फ और सिर्फ ध्यान देना है।

अंदर जाती और बाहर आती प्राण ऊर्जा को महसूस करना है। आपका ध्यान सिर्फ और सिर्फ प्राण ऊर्जा याने की साँसों पर ही होना चाहिए।

इस क्रिया को आपको २० या ३० मिनट तक दोहराना है।

अपनी और से साँसों में कोई भी बदलाव लाना नहीं है। अगर आपकी साँसे धीमी चल रही हैं तो उन्हें तेज नहीं करना हैं और अगर आपकी साँसे तेजी से चल रही हैं तो उन्हें धीमी नहीं करनी हैं।

अब इस दौरान अगर आपके मन में विचार आये तो उन्हें आने दीजिये। उनसे लड़ने या उन्हें मन से निकालने का प्रयास करने की जरुरत नहीं हैं। जैसे जैसे आप इस ध्यान को गहराई से समझेंगे, मन में विचार आना बंद हो जाएगा।

आपको इस बारे में सोचने की बिलकुल जरुरत नहीं है की इन विचारों से मुक्ति कैसे पायी जाए। जो विचार आपके मन में आएंगे वो पॉजिटिव भी हो सकते हैं और नेगेटिव भी हो सकते हैं। उनसे डरने की कोई आवश्यकता नही है। जिस तरह हवा का झोंका हमारे शरीर को छूकर निकल जाता है उसी तरह ये विचार भी हमारे मन को छूकर निकल जाते हैं।

अगर आपका ध्यान बार बार उन्हीं विचारों की तरफ जा रहा है तो परेशान होने की जरुरत नहीं है। आपको सिर्फ इतना करना है की अपने ध्यान को फिर से अपने साँसों पर केंद्रित करना है।

अगर आपको अंदर से बहुत बेचैनी महसूस हो रही है और आप किसी भी हाल में मन को एकाग्र नहीं कर पा रहे हैं तो ऐसी परिस्थिति में थोड़ा रुकिए। मन को शांत होने दें और फिर इस ध्यान को कीजिये। मन को बांधने का प्रयास न कीजिये।

इस ध्यान को सब कर सकते हैं। अगर आप किसी शारीरिक या मानसिक समस्या से परेशान हैं तो ये विपस्सना ध्यान आपको बहुत महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। जो लोग एकाग्रता चाहते हैं उनके लिए भी ये बहुत प्रभावी है।

कई बार ऐसा हो सकता है की इस ध्यान को शुरू करने के बाद किसी को बहुत ज्यादा अशांती और नेगेटिविटी महसूस होने लगे। तो ऐसी situation में भी डरने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि जब आप इस ध्यान को शुरू करते हैं तो आज तक जो मन आपको काबू में करता आया है उसकी मनमर्जी ख़त्म होने का समय आ रहा होता है। इसका परिणाम ये होता है की आपका मन बहुत सारी नेगेटिव चीजें आपके सामने ला सकता है। वो आसानी से हार नहीं मानेगा।

अगर आपके साथ ऐसा होने लगे तो ये जान लीजिये की दिमाग आपके सामने surrender करने से पहले आपसे लड रहा है, आपको अपने वश में ही रखने की कोशिश कर रहा है, आपको फिर से हराने की कोशिश कर रहा है।

लेकिन तब भी आपको इस ध्यान को continue रखना होगा और अपने मन को काबू में लाना होगा।

Benefits of Vipassana meditation :

विपासना मैडिटेशन दुनिया का सब आसान और कीमती मैडिटेशन है।

 इस मैडिटेशन से आप किसी और के गुलाम होने के बजाय अपने मन के मालिक बन जाते हैं। अपने शरीर पर पूरी तरह काबू पा लेते हैं।

इस ध्यान का सीधा सम्बन्ध साँसों से है जो साँसे हमें जिन्दा रखती हैं। और साँसों का सही प्रोग्रामिंग हमें सेहतमंद बनाता है।

आप नेगेटिव विचारों पर काबू पा सकते हैं। ये आपको मानसिक शांति प्रदान कर सकता है। आपकी Awareness बढ़ती है। Memory sharp  होती है।

बड़ी से बड़ी समस्या को आप शांति से हैंडल कर सकते हैं।

वर्त्तमान में जीने की आदत लग जाती है।

इसे अगर आप सही से करते हैं तो खुश रहने के लिए आपको बाहरी दुनिया की जरुरत नहीं होती आप अंदर से खुश होते हैं।

आप present moment में जीना शुरू कर देते हैं।

Peace of mind का अनुभव आप कर सकते हैं। आपके मन से नेगेटिव विचार नष्ट होने से आप शांति का अनुभव लेते हैं। क्योंकि नेगेटिव विचार ही तो होते हैं जो आपको अस्वस्थ करते हैं।

एकाग्र होने की शक्ति बढ़ती है। आप जब कोई काम करेंगे तो आपका पूरा फोकस उसी काम पर रहेगा इससे आपकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है। काम की क्वालिटी बढ़ती है। अगर आप स्टूडेंट हैं तो आपके लिए तो एकाग्रता बहुत ही मायने रखती है।

ये ध्यान आपके स्ट्रेस को reduce करता है। आजकल हर एक व्यक्ति किसी ना किसी स्ट्रेस का शिकार बनती जा रही है। इस स्ट्रेस से बचने का एकमात्र इलाज है विपस्सना ध्यान ! जैसे ही आप अपने मन को शांत करोगे आप स्ट्रेस से automatically दूर हो जाएंगे। Situation कैसी भी हो आपको बिलकुल भी stressful feel नहीं होगा। किसी भी चीज के बारे में बहुत ज्यादा सोचने से स्ट्रेस पैदा होता है। ये ध्यान हमें बिना सोचे शांत रहना सिखाता है।

हमारे जीवन का अंतिम उद्देश्य खुश रहना ही है। लेकिन हमारे रोज की भागदौड़ और स्ट्रेस के कारन हम खुश नहीं रह पाते। लेकिन ये ध्यान हमें situation कैसी भी हो, खुश रहना सिखाता है।

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